Read Bhagwat Geeta In Hindi
1. धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः।
मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय ||
धृतराष्ट्र बोले- हे संजय! धर्मभूमि कुरुक्षेत्र में एकत्रित, युद्ध की इच्छावाले मेरे और पाण्डु के पुत्रों ने क्या किया?
(हर चीज की सुरुआत एक प्रश्न से होती हैं?)
क्या सफलता की भी सुरुआत एक प्रश्न से ही होना चाहिए?
हा खुद से पुछो, जीवन में क्या चाहिए और हमारे अन्दर की सकारात्मक सोच और नकारात्मक इस वक्त क्या कर रहे हैं|
यह जिंदगी हम आत्माओं के लिए एक इम्तिहान है अपने अंदर से अपने सबसे अच्छे रूप को बाहर निकालने का, इस इम्तिहान को पास करने का एक अहम किताब भगवत गीता है। यह संस्कृत में परमात्मा के द्वारा दिये गये है। समय के साथ संस्कृत भाषा रोजमर्रा की जिंदगी से निकल गई और यह ज्ञान मनुष्य से दूर हो गया। समय-समय पर भागवत गीता को साधारण अक्षर में अनुवाद किया गया।
इसी कोशिश को आगे बढ़ाते हुए भागवत गीता को मैं आप लोगों के साथ अपने ब्लॉग के द्वारा पहुंचाने की कोशिश करता हूं।
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